ACTING क्या है अभिनय क्या है जानिए मेरे नजरिए से | Nk Film Academy

ACTING क्या है अभिनय क्या है जानिए मेरे नजरिए से 


नमस्ते  दोस्तों जैसा कि मेने आपसे कहा था मेरी Youtube विडिओ मे 

 कि हम किस-किस टॉपिक पर फोकस करेंगे जिससे हमे अभिनय  [ऐक्टिंग] के बारे मे पूर्ण जानकारी मिले 

 तो अब हम एक टॉपिक उठाते हैं जिसका नाम है "एक्टिंग" क्या है  अभिनय क्या है 

चलिए तो शुरू करते हैं

एक किरदार होता है जिसे इंग्लिश मे [Charactor] कहा जाता है 

 जो की अपनी निजी जिंदगी से हटकर एक ऐसी जिंदगी में जीता है 

जो कि उसकी होती नहीं है 

और इस जिंदगी मे उसे  जो किरदार दिया जाता है 

उसको वह निभाता है या रोल प्ले करता है उस रोल को हम रील लाइफ कहते हैं जो कि उसकी रियल लाइफ से काफी अलग होती है इसे ही ऐक्टिंग या अभिनय कहा जाता है |

 और या फिर कहो तो कि वह चीटिंग करता है

 किसके साथ?  उसकी ऑडियंस के साथ इसे कहते हैं एक्टिंग ठीक है 

यह तो सभी बताते हैं  मोस्टली इंस्टिट्यूट में क्लासेस में जो की एक्टिंग क्लासेस होती है 

उसमें यही सिखाते हैं 

अब हम बात कर लेते है मेरे नजरिए से अभिनय क्या होता है |

 मैं कैसे देखता हूं 

- सबसे पहले एक लेखक [राइटर] होता है 

वह एक कहानी लिखता है उसकी कहानी में बहुत सारे  किरदार होते हैं 

वह उन  सारे किरदारों को देखते हुए एक विजुलाइजेशन दृष्टिकोण व्यू एक इमेजिनेशन करता है

 उस विजुलाइजेशन में जितने भी किरदार होते हैं वह उस लेखक के दिमाग की उपज होते हैं

और वह सारे [Charactors] उस किरदार को कर रहे होते हैं 

जब वह उस कहानी को लिख रहा होता है  


फिर वह कहानी एक डायरेक्टर के पास जाती है 

और डायरेक्टर उस कहानी को इमेजिनेशन करता है 

किस सीन को मे कहां फिल्माऊँगा कैसे बनाऊंगा और किस-किस के साथ फिल्माऊँगा कोन कोन इस फिल्म मे 

किस टाइप का किरदार  [Charactor] करने वाला है 

अब जो कोई भी मुख्य रोल मैन किरदार  [Charactor]  करने  वाला है  वह उनको लेकर आता है एक कास्टिंग डायरेक्टर के थ्रू  [जरिए]

अब जब सारे किरदार वहां होते हैं 

तो डायरेक्ट उनको समझता है कि किस किस को कोन कोन  सा  रोल "किरदार''  [Charactor]  करना है 

तो जो इमेजिनेशन डायरेक्ट ने की है 

वही इमेजिनेशन वह अपने  "किरदार''  [Charactor] को समझता है

 और फिर जब कोई  "किरदार''  [Charactor] उस  रोल को प्ले करता  हैं उसे ही एक्टिंग अभियान  कहते हैं

 ऐसा मेरा मानना है और यह बहुत ही आसान है आपको समझ में नहीं आया है तो आप फिर से पढ़ सकते हैं 


आसान भाषा मे - एक इंसान उस बनावटी [काल्पनिक ] या झूट वाली ज़िंदगी जीता है जो की असल मे उसकी होती नहीं है 


अगले बिलोग  में हम सिखाने वाले हैं की एक्टिंग कैसे की जाती है वह भी मैं बहुत आसान और सिंपल तरीके से समझाऊंगा|



और ज्यादा समझने के लिए मेरे यूट्यूब चैनल पर जाए - नाम - Nk Film Academy 

Channel Link - https://www.youtube.com/channel/UCBB-UPCrUgHq4Q_fU7bZSXw

Thanks for visiting .... new Story will be soon

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